Month: May 2024

जून मास 2024 का पंचांग 

जून मास 2024 का पंचांग  भारतीय व्रतोत्सव जून -2024 दि. 2- अपरा (भद्रकाली) 11 व्रत,दि. 4- भौम प्रदोष व्रत, मास शिवरात्रि,दि. 6- वट सावित्री व्रत, शनि जयंती, भावुका अमावस्या,दि. 7- गंगा दशाश्व मेघ स्नानारम्भ,दि. 9- महाराणा प्रताप जयंती, मेला हल्दीघाटी (मेवाड़),दि. 10-विनायक चतुर्थी व्रत,दि. 12-स्कन्द 6, विन्ध्यवासिनी पूजा,दि. 14-दुर्गाष्टमी, धूमावती जयंती, मेला क्षीरभवानी (काश्मीर),दि. 15-संक्रांति …

जून मास 2024 का पंचांग  Read More »

कन्याकुमारी यात्रा – विवेकानंद शिला

कन्याकुमारी यात्रा – विवेकानंद शिला लगभग  131 साल पहले सम्पूर्ण देश में घूमता हुआ एक भ्रमणशील संन्यासी भारत के दक्षिणी अंतिम छोर पर पहुंचा जहाँ पर प्राचीनकाल से भगवती कन्याकुमारी का शक्तिपीठ स्थित है। संन्यासी माँ के चरणों में गिर पड़ा। वहीं समुद्र में दो चट्टानें हैं जो भूमि से अलग हो गई हैं। शिला …

कन्याकुमारी यात्रा – विवेकानंद शिला Read More »

वट सावित्री व्रत कथा

वट सावित्री व्रत कथा    ज्येष्ठ अमावस्या के दिन आने वाले सावित्री व्रत की कथा में निम्न प्रकार से है-भद्र देश के एक राजा थे नाम अश्वपति था। भद्र देश के राजा अश्वपति के कोई संतान नही थी। वे संतान की प्राप्ति के लिए मंत्रोचारण के साथ प्रतिदिन एक लाख आहुत सम्बद्ध मंत्र से हवन …

वट सावित्री व्रत कथा Read More »

निर्णायक क्षण – एक गलती से सदियों को सजा मिलेगी

निर्णायक क्षण – एक गलती से सदियों को सजा मिलेगी तरुण विजय सही और गलत के मध्य बारीक धागे सा अंतर होता है लेकिन एक  सही निर्णय यदि राष्ट्र  का निर्माण  करता है तो उसी  क्षण लिया गलत फैसला   उस देश के लोगों को सदियों तक सजा देता है. ग़ज़नवी  हज़ार मील दूर से …

निर्णायक क्षण – एक गलती से सदियों को सजा मिलेगी Read More »

अहिल्याबाई होलकर

अहिल्याबाई होलकर   धीरज झा आपने बिल्ली देखी होगी? आपकी आहट पा कर ही वो भाग निकलती है! नहीं…नहीं…वो डरपोक नहीं होती और अगर आपको लगता है कि बिल्ली डरपोक होती है तो किसी दिन उसके बच्चों को उससे छीनने का प्रयास कर के देखिएगा. वो क्या है, इसकी गवाही आपके जिस्म पर पड़े उसके …

अहिल्याबाई होलकर Read More »

प्रदोष व्रत कथा व विधि

प्रदोष व्रत कथा व विधि  प्रदोष कथा सुनने के लिए क्लिक करे – https://youtu.be/Mr10mOT7NxE?si=DLGVv5ofGrwGgsrU प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। प्रदोष व्रत हर माह की शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ता है यानी हर महीने दो प्रदोष व्रत पड़ते हैं और इनमें सोम प्रदोष का बहुत महत्व है। जिस तरह एकादशी तिथि …

प्रदोष व्रत कथा व विधि Read More »

मोहिनी एकादशी व्रत,विधि व कथा 

मोहिनी एकादशी व्रत,विधि व कथा  मोहिनी एकादशी व्रत करने वाले व्यक्ति को दशमी की रात से ही नियमों का पालन करना चाहिए। एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त यानि सुबह उठकर तिल का लेप लगाना चाहिए या फिर तिल मिले जल से स्नान करना चाहिए। स्नान के बाद लाल वस्त्रों से सजे कलश की स्थापना कर …

मोहिनी एकादशी व्रत,विधि व कथा  Read More »

एक संन्यासी का शोकगीत 

एक संन्यासी का शोकगीत  भगवत्पाद आचार्य शंकर ने पाँच पञ्चकों (पंचश्लोकी स्तोत्र) की रचना की है – मनीषापञ्चक, साधनापञ्चक, काशीपञ्चक, यतिपञ्चक एवं मातृपञ्चक।  इनमें से आरम्भिक चार की तो चर्चा एवं पारायण साधक-जिज्ञासुजन करते हैं, लेकिन मातृपञ्चक की चर्चा प्रायः कम होती है। इस पञ्चक की रचना आचार्य ने अत्यंत विषम स्थिति में की थी। …

एक संन्यासी का शोकगीत  Read More »

देवर्षि नारद : लोक-कल्याण संचारक और संदेशवाहक

  देवर्षि नारद : लोक-कल्याण संचारक और संदेशवाहक  ‘नारद’ शब्द में ‘नार’ का अर्थ है ‘जल’ तथा ‘अज्ञान’ और ‘द’ का अर्थ है ‘देना’ या ‘नाश करना’। अर्थात जो पितरो को तर्पण द्वारा सदा जल प्रदान करता है, इसलिए नारद नाम पड़ा। दूसरा अर्थ है – अज्ञान का जो नाश कर ज्ञान का प्रकाश दे, …

देवर्षि नारद : लोक-कल्याण संचारक और संदेशवाहक Read More »

भगवान परशुराम जी

भगवान परशुरामजी  (वैशाख शुक्ल तृतीया/ प्रकटोत्सव) भगवान परशुराम त्रेता युग (रामायण काल) में एक ब्राह्मण ऋषि के यहां जन्मे थे। जो भगवान विष्णु के छठा अवतार हैं। पौरोणिक वृत्तान्तों के अनुसार उनका जन्म महर्षि भृगु के पुत्र महर्षि जमदग्नि द्वारा सम्पन्न पुत्रेष्टि यज्ञ से प्रसन्न देवराज इन्द्र के वरदान स्वरूप पत्नी रेणुका के गर्भ से …

भगवान परशुराम जी Read More »