वैचारिक आतंकवाद है शहरी नक्सलवाद – प्रो. केजी सुरेश
ग्रेटर नोएडा स्थित गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय प्रेरणा विमर्श -2023 का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के दूसरे दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पश्चिम क्षेत्र के संयुक्त क्षेत्र प्रचार प्रमुख श्री कृपाशंकर जी के मार्गदर्शन में दीक्षांत सूर्यवंशी द्वारा सम्पादित पुस्तक “शहरी नक्सलवाद – सच” का लोकार्पण किया गया। इस दौरान माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के कुलपति प्रो. केजी सुरेश, वरिष्ठ पत्रकार डॉ. अनिल निगम, गलगोटिया विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के संकायाध्यक्ष प्रो. आज्ञाराम पाण्डेय और आरएसएस के भाग संघचालक सतीश शर्मा अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का श्रीमद्भगवद्गीता व शॉल देकर सम्मान किया गया।
इस दौरान श्री कृपाशंकर जी ने पुस्तक के लिए दीक्षांत सूर्यवंशी को बधाई दी और आशीर्वाद दिया। प्रो. केजी सुरेश ने बताया कि नक्सलवाद व शहरी नक्सलवाद क्या है। उन्होंने इसे वैचारिक आतंकवाद की संज्ञा दी व भारतीय सनातन संस्कृति के ख़िलाफ़ साजिश बताया। उन्होंने ये भी कहा कि शहरी नक्सलवादी लोग भारत विरोधी ताकतों को शय देकर देश की एकता और अखंडता को तोड़ने का प्रयास भी कर रहे हैं। सतीश शर्मा जी ने कहा कि आज के समय में ऐसे विषय पर पुस्तक लिखना बहुत बहादुरी का काम है। डॉ. अनिल निगम ने कहा कि वर्तमान में देश की अखंडता व एकता के विरुद्ध साजिश रच रहे लोगों का पर्दाफाश करने के लिए ऐसी पुस्तकों का लिखा जाना बहुत आवश्यक है।
इस दौरान दीक्षांत सूर्यवंशी जी ने अपनी पुस्तक के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मीडिया जगत शहरी नक्सलवादियों की जकड़ में है और वहाँ राष्ट्रवादी लोगों को दबाने का काम किया जाता है। दीक्षांत सूर्यवंशी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों व श्रोताओं को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का संचालन रुद्रेश उपाध्याय द्वारा किया गया।