Navgrh

नवग्रह के बारे में जाने  सूर्य,चन्द्र ,मंगल ,बुध ,गुरु ,शुक्र व शनि ग्रह हमारे जीवन में क्या  प्रभाव डालते है | अगर कुंडली में कमजोर हो तो क्या उपाय करे   सूर्य ग्रह  जिनका सूर्य प्रबल होता है वे बहुत तेजस्वी सदगुणी विद्वान उदार स्वभाव दयालु, और मनोबल में आत्मबल से पूर्ण होते है। वे अपने …

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Kavita

देवाधिदेव  शंकरा डॉ  वनिता  शर्मा देवाधि-देव शंकरा रुद्रदेव महेश्वरा  नमस्तुभ्यम, नमस्तुभ्यम नमस्तुभ्यं आदि हो अनादि हो ओंकार मंत्र हो देवों के भी महादेव अविकारी अनंत हो  सत्यं  शिवं  सुंदरं  भोलेनाथ  शंकरा नमस्तुभ्यम नमस्तुभ्यम नमस्तुभ्यं  सृजक हो संहारक हो प्रलय के कारक हो भक्ति हो शक्ति हो आस्था उपासना  हो  शिवतत्त्व आराधना आदिदेव परमेश्वरा नमस्तुभ्यम नमस्तुभ्यम …

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Important Days

जुलाई के महत्वपूर्ण दिवस  1 जुलाई: राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस – प्रत्येक वर्ष 1 जुलाई को देश भर में ‘राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस’ के रूप में मनाया जता है।  यह दिन प्रसिद्ध चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय की याद में मनाया जाता है।  उनका जन्म 1 जुलाई 1882 को हुआ था …

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Service Providers

Service Providers  Doctor,Physiotherapist,Electrician,Plumber,Consultant in various field,Carpenter,Maison, AC/RO/Fridge/Car Mechanic,Astrologer,Fabricator Iron/Aluminum & Other S N Name Work Category Mobil 1 Mobile2 1 Jitendra AC 7210609316 8076906433 2 Manisha Kumar AC 9717813542 3 Dharmendra AC 8802267990 4 Suraj AC 88518 90939 9968614974 5 Rajiv Bharti  AC,VOLTAS 90159 54829 6 Rahul AC 9654174680 7 Hemant AC 9582826717 8800815256 8 …

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Katha

केदारनाथ को क्यों कहते हैं  ‘जागृत महादेव’ ? *एक बार एक शिव-भक्त अपने गांव से केदारनाथ धाम की यात्रा पर निकला। पहले यातायात की सुविधाएँ तो थी नहीं, वह पैदल ही निकल पड़ा। रास्ते में जो भी मिलता केदारनाथ का मार्ग पूछ लेता। मन में भगवान शिव का ध्यान करता रहता। चलते चलते उसको महीनो …

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ARTICLE

आज़ादी किससे… नोरिन शर्मा आज हम किसी देश ,महादेश की आज़ादी की चर्चा नहीं कर रहे हैं। आज़ाद भारतवासियों या किसी भी मुल्क के आज़ाद नागरिकों के अधिकारों या कर्त्तव्यों की चर्चा भी नहीं है।       जब हम स्वतंत्रता की बात करते हैं तो हमारे ज़हन में ‘ स्व ‘ या अपनी आज़ादी भी कौंध जाती …

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KAVITA

 क्या पाया शहरों की गलियों में ,ढूंढा अपने आप को , अँधेरो में पाया ,मैंने अपने आप को , कर के वफ़ा मैंने ,दिखाया अपने यार को , बदले में पाया ,खतरे में अपनी जान को , शोरगुल में चाहा ,पाना सुनसान को , आदमी के भेष में पाया शैतान को , मतलब परस्त दुनियां …

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एकादशी कथा

कामिका एकादशी कामिका एकादशी कामिका एकादशी श्रावण  मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को बनाई जाती है इसे पवित्रता के नाम से भी जाना जाता है | प्रातः स्नानादि करके भगवान विष्णु की प्रतिमा को पंचामृत से स्नान कराकर भोग लगाया जाता है | आचमन के पश्चात धूप दीप चंदन आदि सुगंधित पदार्थों से आरती उतारनी …

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Kavita

खुद को जाने  अजय कुमार शर्मा बुझो खुद को, जानो खुद को; बात है सिर्फ यह तुम्हारे संग्राम की.. कभी भीगे हो बारिश में; भरके आँखों में आँसू….?  कभी दी है अग्नि; ख्वाहिशों को….?  कभी किया है संग्राम अपने अंतर्मन से; खुद को और बुलंद कर क्या कभी,  बच पाए हो तुम टूटने से?? हार …

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Varn Vyvstha

वर्ण व्यवस्था की भ्रांत धारणा – सूत्र सहित एक दृष्टिकोण रजत बागची  “वर्ण व्यवस्था” क्या है? वर्ण एक संस्कृत शब्द है, जो ‘वर’ से बना है – ढकना, घेरना, गिनना, वर्गीकृत करना, विचार करना, वर्णन करना या चुनना।  इस शब्द का प्रयोग मनुस्मृति जैसी पुस्तकों में वैदिक काल में किए गए सामाजिक वर्ग विभाजन का …

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