article

बौद्धिक अराजकता को मुख्यधारा में लाने का प्रयास

बौद्धिक अराजकता को मुख्यधारा में लाने का प्रयास  तपन कुमार  सत्य का सवाल नहीं, बल्कि सत्ता और संरक्षण का नुकसान है जो प्रख्यात मार्क्सवादी इतिहासकारों से असहिष्णुता का आरोप लगाने को प्रेरित करता है। मार्क्सवादियों ने पुरातत्व या भूविज्ञान में अपने स्वयं के शोध के कारण नहीं, बल्कि मुख्य रूप से राजनीतिक आधार पर अपने …

बौद्धिक अराजकता को मुख्यधारा में लाने का प्रयास Read More »

भारत को जाने

भारत को जाने  सतीश शर्मा ( केशव भाग संघ चालक नोएडा महानगर ) पुण्य भूमि मानचित्र परिचय  यह देव भूमि है – यहाँ तैंतीस करोड़ देवता रहते थे अर्थात् जितनी जनसंख्या उतने ही देवता । प्रत्येक व्यक्ति धर्म के अनुसार आचरण करता था इसलिए देवतुल्य अर्थात् देव भूमि है यह। दूसरी बात- एक बार राक्षसों …

भारत को जाने Read More »

दशमेश पिता गुरु गोबिंद सिंह जी

दशमेश पिता गुरु गोबिंद सिंह जी सतीश शर्मा दशमेश पिता गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती पर  शत  शत नमन। उनका जन्म 22 दिसंबर, 1666 को पटना में हुआ था। गुरु गोबिंद सिंह जी सिख धर्म के दसवें और अंतिम गुरु थे, जिन्होंने अपने जीवन को मानवता की सेवा और धर्म की रक्षा के लिए …

दशमेश पिता गुरु गोबिंद सिंह जी Read More »

आओ नवयुग की प्रतिमा में करें प्रतिष्ठा प्राण की।

आओ नवयुग की प्रतिमा में करें प्रतिष्ठा प्राण की। सतीश शर्मा, संयोजक भारतीय इतिहास व ज्योतिष अनुसंधान संस्थान  ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः । सर्वे सन्तु निरामयाः । सर्वे भद्राणि पश्यन्तु । मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत् ॥ तेरा तेरा मेरा मेरा तू मर जाए सारा मेरा, कौवा कौवा स्याही ला दो आने की स्याही ला आधी …

आओ नवयुग की प्रतिमा में करें प्रतिष्ठा प्राण की। Read More »

गोवा मुक्ति आंदोलन ,भारतीय जनसंघ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का योगदान

गोवा मुक्ति आंदोलन ,भारतीय जनसंघ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का योगदान सतीश शर्मा 13 जून, 1955 को कर्नाटक से भारतीय जनसंघ के नेता और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक जगन्नाथ राव जोशी ने गोवा सत्याग्रह की शुरुआत की.जोशी के साथ वहां लगभग 3000 कार्यकर्ताओं का एक दल गया था, जिसमें महिलाएं भी शामिल थी.गोवा की …

गोवा मुक्ति आंदोलन ,भारतीय जनसंघ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का योगदान Read More »

‘सांस्कृतिक मार्क्सवाद’ सॉफ्ट पॉवर कोलोनाइजेशन का हथियार

‘सांस्कृतिक मार्क्सवाद’ सॉफ्ट पॉवर कोलोनाइजेशन का हथियार शिवेश प्रताप  (लेखक IIM कलकत्ता से शिक्षित, लेखक व लोकनीति विश्लेषक हैं)  2004 में टाइम पत्रिका के दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में एक प्रसिद्ध ब्रिटिश-अमेरिकी इतिहासकार नियाल फर्गुसन ने कहा है,  “सॉफ्ट पावर बहुत शांत होता है। हमें सेना या आर्थिक हार्ड पावर को प्रयोग करने …

‘सांस्कृतिक मार्क्सवाद’ सॉफ्ट पॉवर कोलोनाइजेशन का हथियार Read More »

मानवाधिकार किसी भी सभ्य समाज के  विकास का मूल आधार

मानवाधिकार किसी भी सभ्य समाज के  विकास का मूल आधार विश्व मानवाधिकार दिवस,10 दिसम्बर 2024,पर विशेष  तपन कुमार सह क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख पश्चिमी उत्तर प्रदेश  मानव अधिकारों से तात्पर्य मानव के उन न्यूनतम अधिकारों से है जो प्रत्येक व्यक्ति को आवश्यक रूप से प्राप्त होने चाहिए, मानव अधिकारों का सम्बन्ध मानव की स्वतंत्रता, समानता एवं …

मानवाधिकार किसी भी सभ्य समाज के  विकास का मूल आधार Read More »

रत्ती का पोधा, बढ़े काम का

रत्ती का पोधा, बढ़े काम का  “रत्ती” यह शब्द लगभग हर जगह सुनने को मिलता है। जैसे – रत्ती भर भी परवाह नहीं, रत्ती भर भी शर्म नहीं, रत्ती भर भी अक्ल नहीं…!! आपने भी इस शब्द को बोला होगा, बहुत लोगों से सुना भी होगा। आज जानते हैं ‘रत्ती’ की वास्तविकता, यह आम बोलचाल …

रत्ती का पोधा, बढ़े काम का Read More »

बुढ़ापे में बच्चों का साथ कितना जरूरी

बुढ़ापे में बच्चों का साथ कितना जरूरी विजय मारू आज एक पत्रकार के ट्विटर पोस्ट पर नजर गई और पढ़कर मन बहुत विचलित हो गया। पत्रकार ने लिखा कि उसे एक अस्सी वर्षीय व्यक्ति मिले जिनकी पत्नी का स्वर्गवास दस वर्ष पूर्व हो चुका था। उस बुजुर्ग के दोनो बच्चे अमेरिका में रहते है। पुत्र …

बुढ़ापे में बच्चों का साथ कितना जरूरी Read More »

ब्रह्म-विद्या है धन्यता का पथ

ब्रह्म-विद्या है धन्यता का पथ सुमित कुमार,नोएडा जिसे अपनी आत्म-गरिमा का भान हो गया, जो संसार से परे किसी अदृश्य शक्ति-स्रोत से जुड़ गया, जिसकी प्रतिभा जाग्रत हो गई तथा जिसके सभी द्वंद समाप्त हो गए, वही ब्रह्म-विद्या का अधिकारी है। जब किसी मनुष्य के जीवन में इसका प्रवेश होता है वह पूर्ण परिवर्तित हो …

ब्रह्म-विद्या है धन्यता का पथ Read More »