Katha

अर्गला स्त्रोत्र 

अर्गला स्त्रोत्र  ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी, दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु‍ते | जयन्ती’ – सबसे उत्कृष्ट एवं विजय शालिनी ।अपने भक्तों के जन्म-मरण आदि संसार-बन्धन को दूर करती हैं, उन मोक्ष दायिनी मंगलमयी देवी का नाम ‘मंगला’ है । जो प्रलयकाल में सम्पूर्ण सृष्टि को अपना ग्रास बना लेती है; वह …

अर्गला स्त्रोत्र  Read More »

गणेश चौथ का व्रत ( सकट चौथ ) सतीश शर्मा

गणेश चौथ का व्रत ( सकट चौथ ) सतीश शर्मा  माघ  कृष्ण पक्ष की  चौथ को गणेश चौथ का व्रत होता है। इसे संकष्ट चतुनी या सकट चौथ कहते हैं। सुबह पहले सिर सहित नहायें मेहदी  लगायें और सफेद तिल और गुड् व तिलकुट  बनाये। एक पटरे  पर जल का लोटा, चावल, रोली, एक कटोरी …

गणेश चौथ का व्रत ( सकट चौथ ) सतीश शर्मा Read More »

मकर संक्रान्ति का महत्व व कथा

मकर संक्रान्ति का महत्व व कथा सतीश शर्मा मकर संक्रान्ति (माघ मास की सौर एकम्) – इस दिन भगवान सूर्यनारायण मकर राशि में प्रवेश करते हैं,दक्षिणायन समाप्त होकर उत्तरायण प्रारंभ होता है| संक्रांति के दिन ग्रहों के राजा सूर्य देव धनु राशि को छोड़कर अपने पुत्र शनि की राशि यानी मकर राशि में आते हैं …

मकर संक्रान्ति का महत्व व कथा Read More »

आँमला नौमी

आँमला नौमी सतीश शर्मा आंमला नौमी वाले दिन आंवले के  वृक्ष की पूजा करते हैं । जल, मोली, रोली, चावल,गुड़, सुहाली, पतारा, आंवला, एक ब्लाऊज ओर दक्षिणा चढ़ाएं । दीया और धूप जलाकर एक सौ आठ फेरे दें। कहानी कहें। ब्राह्मण ब्राह्माणी का ब्लाऊज देकर जिमायें, धोती दक्षिणा दें। भोजन में आंवले का होना जरूरी …

आँमला नौमी Read More »

छठ पूजा का महत्व व कथा

pexels-photo-1454769-1454769.jpg

छठ पूजा का महत्व व कथा  सतीश शर्मा सुहाग संतान व समृद्धि  के लिए पूजे  जाने वाला पर्व है छठ पूजा,छठ पूजा को समाजिक समरसता, सद्भाव व  लोक आस्था  का महापर्व कहते है। सूर्य देव और छठी माता की आराधना का पर्व है। यह पर्व चार दिन तक चलता है और इसमें श्रद्धालु न केवल …

छठ पूजा का महत्व व कथा Read More »

इंदिरा एकादशी

इंदिरा एकादशी अश्विन माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को इंदिरा एकादशी कहते हैं | यह एक मात्र ऐसी एकादशी है जो पितृ पक्ष में पड़ती है | मान्यता है कि इस एकादशी का व्रत करने से व्रती को पितृ पक्ष में श्राद्ध करने के समान फल की प्राप्ति होती है. इसलिए इंदिरा …

इंदिरा एकादशी Read More »

करवा चौथ (करक चतुर्थी)

करवा चौथ (करक चतुर्थी)      हिन्दू पंचांग अनुसार कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन यह व्रत किया जाता है। इस व्रत की विशेषता यह है कि केवल सौभाग्यवती स्त्रियों को ही यह व्रत करने का अधिकार है। इस व्रत में अपने वैवाहिक जीवन को समृद्ध बनाए रखने के लिए सौभाग्यवती (सुहागिन) स्त्रियाँ अपने …

करवा चौथ (करक चतुर्थी) Read More »

शिव तांडव स्तोत्र 

शिव तांडव स्तोत्र  जटा टवी गलज्जलप्रवाह पावितस्थले गलेऽव लम्ब्यलम्बितां भुजंगतुंग मालिकाम्‌। डमड्डमड्डमड्डमन्निनाद वड्डमर्वयं चकारचण्डताण्डवं तनोतु नः शिव: शिवम्‌ ॥ उनके बालों से बहने वाले जल से उनका कंठ पवित्र है, और उनके गले में सांप है जो हार की तरह लटका है, और डमरू से डमट् डमट् डमट् की ध्वनि निकल रही है, भगवान शिव …

शिव तांडव स्तोत्र  Read More »

वट सावित्री व्रत कथा

वट सावित्री व्रत कथा    ज्येष्ठ अमावस्या के दिन आने वाले सावित्री व्रत की कथा में निम्न प्रकार से है-भद्र देश के एक राजा थे नाम अश्वपति था। भद्र देश के राजा अश्वपति के कोई संतान नही थी। वे संतान की प्राप्ति के लिए मंत्रोचारण के साथ प्रतिदिन एक लाख आहुत सम्बद्ध मंत्र से हवन …

वट सावित्री व्रत कथा Read More »

प्रदोष व्रत कथा व विधि

प्रदोष व्रत कथा व विधि  प्रदोष कथा सुनने के लिए क्लिक करे – https://youtu.be/Mr10mOT7NxE?si=DLGVv5ofGrwGgsrU प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। प्रदोष व्रत हर माह की शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ता है यानी हर महीने दो प्रदोष व्रत पड़ते हैं और इनमें सोम प्रदोष का बहुत महत्व है। जिस तरह एकादशी तिथि …

प्रदोष व्रत कथा व विधि Read More »