Katha

रामचरितमानस ओर कष्ट निवारण के उपाय

रामचरितमानस ओर कष्ट निवारण के उपाय  तुलसी दास जी ने जब राम चरित मानस की रचना की,तब उनसे किसी ने पूंछा कि बाबा! आप ने इसका नाम रामायण क्यों नहीं रखा? क्योंकि इसका नाम रामायण ही है.बस आगे पीछे नाम लगा देते हैं, वाल्मीकि रामायण,आध्यात्मिक रामायण.आपने राम चरित मानस ही क्यों नाम रखा? बाबा ने …

रामचरितमानस ओर कष्ट निवारण के उपाय Read More »

हनुमान जी की महिमा हनुमान जन्मोत्सव पर विशेष 

  हनुमान जी की महिमा हनुमान जन्मोत्सव पर विशेष  हनुमान जी के चरित्र से हमे हर वक्त कुछ ना कुछ सिखने को मिलता है। जब हम हनुमान चालीसा या सुंदर कांड पढते है तो हमारी सभी मनोकामना पूर्ण होती है ओर अगर समझ कर पढे तो हमे उनके जीवन से ऐसी काफी शिक्षा मिलती है …

हनुमान जी की महिमा हनुमान जन्मोत्सव पर विशेष  Read More »

Kavita

तितिक्षा (द्वन्द सहिष्णुता) मुरारी लाल सारस्वत  मस्तिष्क में विद्युत रासायनिक क्रिया से,  विचारों की उत्पत्ति होती है। रसाइनों की भिन्नता के कारण, भिन्न विचारों की निष्पत्ति होती है।। विचारों की भिन्नता में हेय या उपादेय का प्रश्न बेईमानी है। परस्पर विचारों का सम्मान ही इंसानी है।। संसार रुपी बृक्ष का आधार ही तितिक्षा है। तितिक्षा …

Kavita Read More »

Katha

केदारनाथ को क्यों कहते हैं  ‘जागृत महादेव’ ? *एक बार एक शिव-भक्त अपने गांव से केदारनाथ धाम की यात्रा पर निकला। पहले यातायात की सुविधाएँ तो थी नहीं, वह पैदल ही निकल पड़ा। रास्ते में जो भी मिलता केदारनाथ का मार्ग पूछ लेता। मन में भगवान शिव का ध्यान करता रहता। चलते चलते उसको महीनो …

Katha Read More »