नोएडा महानगर में ‘राम जन्मभूमि-संघर्षगाथा’ विषय पर
नागरिक गोष्ठी का आयोजन
गौतमबुद्ध नगर, नोएडा: प्रेरणा शोध संस्थान न्यास, नोएडा के प्रेरणा प्रकाशन द्वारा दिनांक 20 जनवरी 2024 को नोएडा महानगर में ‘राम जन्मभूमि-संघर्षगाथा’ विषय पर नागरिक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में नोएडा महानगर एवं इसके आस-पास के विभिन्न क्षेत्रों से लगभग सौ से अधिक नागरिक उपस्थित थे।
गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पश्चिम क्षेत्र के माननीय संयुक्त प्रचार प्रमुख श्री कृपा शंकर जी उपस्थित थे। अपने वक्तव्य में श्री कृपा शंकर जी ने संघ के पूर्व सरसंघचालक श्री बाला साहब देवरस का स्मरण करते हुआ कहा कि बाला साहब देवरस जी कहा करते थे – यदि संघ किसी कार्य को अपने हाथ में लेता है, तो उसे अंतिम परिणाम तक पहुंचाकर ही रुकता है। मंदिर आंदोलन के इतिहास पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इतिहास के एक दौर में हिन्दू धर्म के अनुयायी अपनी संगठित राष्ट्र-शक्ति को विस्मृत कर चुके थे। हिन्दुओं को उसी विस्मृत राष्ट्र-शक्ति का स्मरण कराने के लिए देश में समय-समय पर गंगा यात्रा, भारत माता यात्रा, शिला पूजन एवं राम ज्योति रथ यात्राएं निकाली गईं और जन-जन का जागरण किया गया। आज यह देखना अत्यंत सुखद है कि हिंदू समाज जागृत हो गया है। राम मंदिर का उत्सव मनाता यह हिन्दू समाज का नया राष्ट्रावतार जो राष्ट्र के जन-जन में प्रवेश कर गया है। प्रभु श्रीराम का यह मंदिर राष्ट्र का मंदिर है जिसने हिन्दू समाज के जागरण के आंदोलन को सफल बना दिया है। इसलिए यह हिन्दू समाज के अभ्युदय का राष्ट्रीय पर्व भी है। आज राष्ट्र की नई पीढ़ी के युवा किशोर सहित सभी लोग हिन्दू समाज के इस राष्ट्रावतार की नई गाथा का गान कर रहे हैं और 22 जनवरी को प्रभु श्री राम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मनाने के लिए आतुर हैं। देश भर में अनेक जगहों पर शोभा यात्राएं निकाली जा रही हैं, रामचरितमानस और सुंदरकांड का पाठ हो रहा है और भजन-कीर्तन हो रहा है। भारत अयोध्या में प्रभु राजा राम के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार है।
गोष्ठी में शंभाजी नगर के संघचालक श्री रजत जी ने कहा कि न केवल अयोध्या बल्कि मथुरा और काशी में भी हिन्दू मंदिरों के विध्वंस के दौरान हुए संघर्षों में हजारों हिन्दुओं ने अपना बलिदान दिया है। पानीपत के युद्ध के बाद अकबर और औरंगजेब के समय तक राम मंदिर का संघर्ष किसी न किसी रूप में चलता रहा, जो अब जाकर सफल हुआ है। आज भारत में एक नए इतिहास का निर्माण हो रहा है। हिन्दू समाज को बीते इतिहास से सबक लेना चाहिए और यह विचार करना चाहिए कि राष्ट्र के निर्माण में हमारा क्या योगदान हो सकता है।
गोष्ठी में नोएडा महानगर के केशव भाग के संघचालक श्री सतीश जी ने राम मंदिर के लिए चले आंदोलन के अपने दिनों का स्मरण करते अनुभव को साझा किया | गोष्ठी में नोएडा महानगर के सह सेवा प्रमुख श्री रवीन्द्र जी ने राम मंदिर को लेकर उच्च न्यायालय एवं उच्चतम न्यायालय में हुई बहसों के प्रमुख अंशों पर चर्चा करते हुए राम मंदिर की वैधानिकता को तर्कसंगत ठहराया और न्यायालय के निर्णय जुड़े विविध महत्त्वपूर्ण पक्षों पर संक्षेप में प्रकाश डाला। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े अन्य स्वयंसेवकों ने भी अपने व्यक्तिगत अनुभवों को साझा किया और गोष्ठी में उपस्थित महिलाओं ने प्रभु श्री राम के भजन गाकर अपनी खुशी अभिव्यक्ति की।
जय श्रीराम